हमारे देश मे हर साल शादियों का एक त्यौहार आता है, मार्च से लेकर जून तक और फिर सितम्बर से लेकर नवंबर तक हमारे देश मे खूब शादियां होती हैँ।
और इन शादियों मे भरपूर खर्चे भी देखने को मिलते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया मे भारत की शादियों मे सबसे ज़्यादा खर्चे देखने को मिलती हैं। कुछ ही सालों पहले मुकेश अम्बानी ने ज़ब अपनी बेटी की शादी की थी उस टाइम ये शादी न्यूज़ मे काफी चर्चित थी। और इसके चर्चित होने के पीछे का कारण था इस शादी का बजट।
इस शादी का बजट पुरे 100 करोड़ रूपये की थी। अगर आप दुनिया के सबसे अमीर लोगो की शादियों पर ध्यान देंगे तो ये पाएंगे की वो लोग अपनी या अपने घर वालो की शादियों पर इतना ज़्यादा खर्च नहीं करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 मे भारतीय लोग शादियों मे शिक्षा पर होने वाले खर्चो से तीन गुना खर्च करते हैं।
तो सवाल ये बनता हैं की आखिर भारतीय शादियों मे इतने खर्चे क्यों होते हैं? आइये जानते हैं।
1) पहला कारण हैं दहेज़ प्रथा।
दहेज़ प्रथा भारतीय समाज मे काफी पुराना है, और ये बड़ी तेजी से हमारे समाज मे फैलता जा रहा हैं। इसलिए लड़की वालो को सबसे ज़्यादा टेंशन दहेज़ को पूरा करने की होती है। साल 2022 के रिपोर्ट के अनुसार एक गरीब खानदान मे भी दहेज़ पर करीब 32 हज़ार रूपये खर्च होते हैं, जो कि साल कि पूरी कमाई का 14% होती है।
2) ज़्यादा अतिथियों को निमंत्रण करना।
हमारे समाज मे ये भी हैं हर शादियों मे बहुत ज़्यादा अतिथियों को निमंत्रण भेजा जाता हैं, क्यूंकि ये माना जाता है कि बिना मेहमान के शादी अच्छी नहीं लगती है, इसलिए ग़रिब से ग़रिब लोग भी शादियों मे ज़्यादा से ज़्यादा मेहमान को बुलाते हैं। वही अगर आप दूसरे देशों मे देखेंगे तो लोग शादियों मे बहुत ही कम लोगो को निमंत्रण भेजते हैं। जिससे उनका शादी का बजट कम रहता है।
3) भारतीय लोग शादियों के बहाने अपने बारे मे समाज को दिखाते हैं।
इसे आम भाषा मे Show-Off कहा जा सकता है। अक्सर शादियों मे लोग एक दूसरे से बढ़कर खर्च करने की कोशिश करते रहते हैं। जैसे हाल ही मे हुए उदयपुर के शादी मे कुछ ऐसे ही देखने को मिला था. उस शादी के कार्ड का वज़न 11 किलो था जिसमे Gold Plating की गयी थी। जबकि दूसरे देशों मे ऐसा कुछ नहीं देखने को मिलेगा आपको।

4) शादियों मे बॉलीवुड फिल्मो की झलक।
बॉलीवुड की फिल्मो मे हमें ये दिखाया जाता है कि शादी की मंडप और सजावट उम्दा किस्म कि होनी चाहिए। हम ये भी जानते हैं कि भारत मे बहुत से लोग फिल्मो से प्रेरणा लेते हैं। जिसके कारण भारतीय शादियों मे अक्सर बॉलीवुड गाने और उसी तरह सजावट देखने को मिलती है।
लेकिन इस तरह के महंगी शादियों के नुकसान भी काफी ज़्यादा हैं। साल 2022 के रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत मे होने वाली 60% शादियों मे लोगो को अच्छे खासे कर्ज लेने पड़ते हैं। क्या शादियों मे अपने औकात से बढ़कर खर्च करना सही होता है? कमेंट मे अपनी राय ज़रूर दे।
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