इस दुनिया में सभी लोग कोई भी काम खुश रहने के लिए करते हैं। चाहे वो पैसे कमाना हो, घर बनवाना हो या फिर अच्छे खाना और कपडा पहनना हो। ये सभी चीज़ों से इंसान को ख़ुशी मिलती हैं। ज़िन्दगी में एक अच्छा हमसफ़र भी खुश रहने के लिए बेहद ज़रूरी होता हैं।
लेकिन कितने लोग इन सभी सभी चीज़ों को पा लेते हैं और अपनी ज़िन्दगी ख़ुशी से गुज़ारते हैं? बहुत कम ही लोग अपनी ज़िन्दगी को खुशहाल रख पाते हैं। तो ऐसा क्या होता हैं कि सिर्फ चंद लोग ही ज़िन्दगी खुशहाली से गुज़ारते हैं?
खुश रहना हर इंसान का अधिकार हैं लेकिन लोग अपनी ज़िन्दगी जीने कि तरीके से खुश नहीं रह पाते हैं। अक्सर लोग खुश रहने के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं और ज़ब कभी दूसरों से तकलीफ होती हैं तो उनकी ख़ुशी बिलकुल खत्म हो जाता हैं और साथ ही में इंसान एक दूसरे पर भरोसा करना छोड़ देता हैं।
हम आपके लिए ज़िन्दगी में खुश रहने के 5 आसान तरीके। लेकर आये हैं।
1) ज़्यादा से ज़्यादा पैसा कमाएं।
अक्सर आपने लोगों से सुना होगा कि पैसों से ख़ुशी नहीं खरीदी जा सकती हैं। लेकिन ये बात 90 प्रतिशत ग़लत है। पैसे से एक इंसान अपनी 90 प्रतिशत खुशियों को खरीद सकता है। यूरोप के एक महान अर्थशास्त्री ने ये कहा था कि ज़िन्दगी में पैसा लगभग सबकुछ है और पैसे के बिना इंसान अपाहिज बन जाता है।
इसलिए ज़ब तक ज़िन्दगी में पैसे नहीं आएंगे तब तक लोग खुश नहीं रह पाएंगे। पैसे पास में रहने से भविष्य काफी आसान लगता है।
2) खूद कि ख़ुशी जानने कि कोशिश करें।
इस दुनिया में हर इंसान कि ख़ुशी अलग अलग काम करने में होती है। लेकिन 99 प्रतिशत लोग दुनिया के के दिखाए रास्ते पर चलते हैं, चाहे उसे वो पसंद हो या नहीं लेकिन फिर भी लोग दुनिया के तौर तरीके को अपनाकर परेशान रहते हैं।
3) खुद को दूसरों से काम ना समझें।
लोग अक्सर अपने आप को दूसरे लोगों से कमतर समझते हैं। ऐसा इसलिये होता है कि इंसान अपने आप कि कमज़ोरी वो खूद जानता है, अर्थात दूसरों कि सिर्फ पॉजिटिव बातें नोटिस करते हैं इसलिए लोग अपने आप को दूसरों से काम समझते हैं।
जबकि असल में हर इंसान में कमियाँ होती है लेकिन कामयाब लोग उन कमियों को छुपा कर रखते हैं। अगर आप खुद को दूसरों से कम समझेंगे तो आप कभी खुश नहीं रह सकते हैं। आपको कभी संतुष्टि नहीं मिलेगी और ज़िन्दगी भर अपने आप को कोसते हुए समय निकल जायेगा।

4) किसी और से तुलना करना बंद करें।
ज़िन्दगी में हर इंसान कामयाब होना चाहता हैं इसलिए अक्सर लोग कामयाब इंसान से अपने आप को तुलना करते हैं। लेकिन आपको ये जान लेनी चाहिए कि हर इंसान कि एक अलग खूबी होती है। और उस खूबी के साथ वो इंसान अपने आप में मास्टर होता है।
साइकोलॉजी के अनुसार ज़ब कोई इंसान दूसरे से अपने आप को तुलना करता है तो अपनी ख़ुशी खत्म हो जाती है और दूसरे के प्रति जलन शुरुआत होने लगती है। और इसी प्रकार आप अपनी खुशियों को भूलकर दूसरे कि ख़ुशी पर फोकस करते हैं। इसलिए ज़िन्दगी में खुश रहने के ये भी ज़रूरी है कि आप अपने आपको दूसरों से तुलना ना करें।
5) अपनी ज़िन्दगी कि हर मुश्किल का समाधान निकालें।
बौद्ध धर्म के अनुसार ये संसार दुख से भरा पड़ा है लेकिन हर दुख का कारण इंसान खुद होता है। और इंसान चाहे तो हर दुख को खत्म किया जा सकता है क्यूंकि हर मुश्किल का समाधान होता है।
इसलिए अगर ज़िन्दगी में कोई भी समस्या आती है तो परेशान होने के बजाय उसके समाधान पर फोकस करें। क्यूंकि समाधान ही एक ऐसा मंत्र है जिससे इंसान दुख से छुटकारा पा सकता है।
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