हम जानते हैं कि चीन सबसे तेजी से विकसित होने वाला देश है। जिसने साल 2020 में कृत्रिम सूरज को बनाया था जिससे बिजली बनाकर ये दुनिया को बेचेगा। 2022 में ही इसने कृत्रिम चंद्रमा का भी निर्माण कर लिया है जिसपर चीन के वैज्ञानिक चाँद पर जाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने का एक और कारनामा ।
चीन ने साल 2003 में ही दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाया था। 19 सालों में भी किसी भी देश ने उससे बड़ा बांध नही बनाया है। इस बांध का नाम “Three Gorges Dam” है। उस समय इस बांध को बनाने में 31.75 बिलियन डॉलर का खर्च आया था। ये इतना बड़ा है कि इसकी लम्बी 2 किलोमीटर से भी ज़्यादा है। और इससे हर साल 93.3 टेरा वाट ऑवर(TWh) बिजली पैदा होती है।

ये अकेला बांध आयरलैंड, न्यूज़ीलैंड, आइसलैंड, कोस्टारिका, बहमास और रवाण्डा जैसे देशों को 24×7 बिना किसी रुकावट के बिजली दे सकता है।
ये इतना बड़ा है कि पूरे चीन देश की बिजली की खपत का 2 प्रतिशत बिजली यही से जेनेरेट होती है।
और ये इतना बड़ा है कि इसके वजह से धरती के अपने अक्ष पर घूमने की गति कम हो गयी है। इसके वजह से धरती को पूरे चक्कर काटने में 0.06 माइक्रो सेकंड ज़्यादा लगते हैं।
इसका कारण बड़ा साधारण है। अगर आप ग्यारहवीं क्लास की भौतिकी पढ़े हैं तो उसमें जड़ता प्रवृत्ति पढ़ना होता है।जड़ता प्रवृत्ति के अनुसार अगर धरती की व्यास में बढ़ोतरी होती है तो इसके घूमने की गति कम हो जाएगी।
ये बांध चूंकि काफी लंबा और इसके वजह से पानी काफी ऊंचा हो गया है जिसके वजह से धरती का व्यास में वृद्धि हो गयी है और इसी कारण से धरती की घूर्णन की गति कम हो गयी है।
चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाकर एक मिसाल कायम कर दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया का सबसे ज़्यादा बांध (Dam) वाला देश भी चीन ही है। लेकिन इससे भविष्य में चीन को खतरा भी हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार चीन में बहुत ज़्यादा डैम है जो काफी पुराने हो चुके हैं और सब उनमें दरारे आने लगी है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इन पुराने डैम के टूटने से भारी बाढ़ आ सकती है। और अगर सरकार ने इसपर सख्त कदम नही उठाये तो आधी से ज़्यादा चीन की आबादी डूब जाएगी।