इस दुनिया मे सभी देश एक दूसरे से व्यापार के माध्यम से जुड़े हुए हैं। किसी भी देश को अगर किसी चीज़ कि कमी होती है तो दूसरे देशों से खरीद लेता है, इस प्रकार सभी की ज़रूरतें पुरी हो जाती है।
हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान मे आर्थिक मामले अच्छे नही हैं, इसलिए साल 2021 मे प्रधान मंत्री का आलिशान सरकारी घर किराये पर दे दिया गया है। अब उसे एक बारात घर मे तब्दील कर दिया गया है। उस पैसे से सरकार अपने यहाँ आर्थिक मामलो को सुलझाने कि कोशिश कर रही है।
इसके साथ साथ कुछ सालों से ये भी देखा जा रहा है कि पाकिस्तान अपने यहाँ से गधो को बेच रहा है और वो भी काफी ऊँचे दाम पर। तो सवाल ये आता है कि आखिर पाकिस्तान गधो को क्यों बेच रहा है और चीन गधो को क्यों खरीद रहा है। चलिए इसके बारे मे बताते हैं।
क्यों पाकिस्तान चीन को गधे बेचता है?
पाकिस्तान मे दुनिया कि तीसरी सबसे ज़्यादा जनसंख्या है गधो की। अभी पूरे पाकिस्तान मे कुल 57 लाख गधे पाए जाते हैं और चीन बहुत ही बड़े पैमाने पर गधो को खरीद रहा है। वैसे तो गधे लगभग सभी देशो मे पाए जाते हैं लेकिन बहुत कम ही ऐसे देश है जो गधो को बेचकर व्यापार करते हैं लेकिन चीन दुनिया के हर वो देश से गधे खरीदना चाहता है जो गधो को बेचने मे रुचि रखते हैं। और गधे को वही देश बेच रहे हैं जहाँ सरकार के खजानी पैसे कि कमी है।
चीन मे गधे के चमड़े से एक परम्परागत दवाई को बनाया जाता है, ये दवाई प्राचीन काल से ही चीन के लोग बनाते आये हैं, जिसमे गधे के चमड़े को सुखाकर दवाई बनाया जाता है। सूखने के बाद चमड़ो मे एक महत्वपूर्ण समग्रियों को निकल लिया जाता है।

चीन मे लोगो का मानना है कि गधे कि चमड़े से बनी हुई दवाइयाँ लोगो के Blood Circulation बढ़ जाती है जिससे कई बीमारिया नही होती है।
बहुत से लोग इस दवा का इस्तेमाल सेक्स पावर को बढ़ाने मे इस्तेमाल करते हैं। लेकिन असलियत मे कोई वैज्ञानिक सबूत नही मिले हैं क्यूंकि इस दवा पर कई बर वैज्ञानिकों ने रिसर्च किया है लेकिन ऐसा कुछ देखने को नही मिला।
चीन के लोग इस दवाई को लेकर बहुत काफी पॉजिटिव है और इस दवा पर काफी ज़्यादा भरोसा करते है इसलिए डॉक्टरों का कहना है कि उनके इसी भरोसे और पॉजिटिविटी कि वजह से इन लोगो पर दवाई काम करती है।
इस दवाई कि वजह से चीन मे पाए जाने वाले लगभग सभी गधो को मार दिया गया है क्यूंकि डिमांड बहुत ज़्यादा है।
The Guardian अख़बार के अनुसार साल 1996 से 2019 तक चीन मे 76% गधो कि संख्या मे गिरावट आयी है।इसलिए अब चीन को बाहर के देशो से गधे मंगाने पड़ रहे हैं।
जब पाकिस्तान ने देखा कि चीन गधे खरीद रहा है तो इस औसर को जाने नही दिया क्यूंकि पाकिस्तान मे बड़ी संख्या मे गधे पाए जाते हैं और चीन से गधे कि व्यापार कि डील कर ली।
साल 2019 मे जब पाकिस्तान चीन से लिए हुए लोन नही चुका पाया तो उसने लोन के बदले गधे भेज दिया था तबसे गधो का व्यापार इन दोनो देशो से बढ़ता गया है।
चीन मे गधो की भारी डिमांड देखते हुए भारत के कुछ बॉर्डर वाले राज्यों से गैरकानूनी तौर पर लोग गधो को बेच रहे हैं, जिसके वजह से भारत मे भी गधो की संख्या मे गिरावट देखने को मिल रही है।
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