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इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की एवं किस प्रकार की थी? Electron Ki Khoj Kisne ki.
इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की: जैसा कि हम जानते हैं कि दुनिया में कोई भी पदार्थ की सबसे छोटी इकाई परमाणु होती है और प्रत्येक परमाणु 3 करोड़ से मिलकर बनी होती है जिसे इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के नाम से जानते हैं। इनमें से दो कण न्यूट्रॉन और प्रोटॉन परमाणु के केंद्रक में पाए जाते हैं।
वही इलेक्ट्रॉन परमाणु के केंद्रक के चारों ओर एक काल्पनिक रेखा पर घूमते रहते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से हम इलेक्ट्रॉन से जुड़े विभिन्न सवालों के जवाब आपके साथ साझा करेंगे।
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Electron Ki Khoj Kisne ki.
ब्रिटेन के भौतिक शास्त्री सर जोसेफ जॉन थॉमसन (Sir Joseph John Thomson) नए साल 1897 में इलेक्ट्रॉन की खोज की थी।
इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की और कैसे की थी?
शुरू से ही पदार्थ के कानों के ऊपर रिसर्च चला आ रहा था लेकिन किसी भी वैज्ञानिक के हाथों मैं सफलता नहीं मिली। अंततः 19वीं शताब्दी की शुरुआत में जॉन डाल्टन ने परमाणु वाद का अपना सिद्धांत पेश किया। जिनके अनुसार परमाणु किसी पदार्थ की सबसे छोटी संरचनात्मक इकाई है इसके साथ परमाणु अविभाज्य एवं अविनाशी है। यह सिद्धांत काफी लंबे समय तक माना गया।
लेकिन जब साल 1897 में जेजे थॉमसन ने पहली बार इलेक्ट्रॉन की खोज की तो डाल्टन का सिद्धांत गलत साबित हो गया।
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जेजे थॉमसन ने इलेक्ट्रॉन की खोज का प्रयोग एक शीशे की नलिका पर किया था जिसमें दो इलेक्ट्रोड जुड़े हुए थे जिसे कैथोड एवं एनोड के नाम दिया गया। इस नली से वायु या गैस को बाहर निकालने के लिए वैक्यूम पंप का सहायता लिया गया था। इस नाली में दबाव की मात्रा बहुत कम किया गया और जब नाली में दबाव मिलीमीटर के 1000वे भाग के बराबर पहुंच गया तो इलेक्ट्रोड के सिरे से 10000 वोल्ट की करंट दिया गया।
करंट देते हैं यह पाया गया कैथोड से एक प्रकार की रोशनी निकाली और सीधी रेखा में चलती रही। वही एनोड प्लेट के बीच में स्थित छिद्र से कुछ करने आगे धनात्मक प्लेट की तरफ मुड़ गई। इससे यह पता चला कि चित्रा से निकले हुए कण ऋणात्मक है और इसी को इलेक्ट्रॉन का नाम दिया गया। क्योंकि ये सभी कण कैथोड उत्पन्न हुए थे इसलिए उन्हें कैथोड किरणें भी कहा जाता है।
थॉमसन ने इस प्रयोग को बार-बार दोहराया और उन्हें हर बार एक ही रिजल्ट देखने को मिला और बाद में इसका आवेश और द्रव्यमान भी ज्ञात किया गया। इस खोज के लिए जेजे थॉमसन को साल 1906 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इलेक्ट्रॉन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां।
किसी भी परमाणु की सबसे अंदर वाली कक्षा में स्थित इलेक्ट्रॉन को “कोर इलेक्ट्रॉन” के नाम से जाना जाता है।
इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान 9.1094 x 10-³¹ किलोग्राम होता है।
इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान परमाणु के दो अन्य कण प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बहुत ही काम होता है
इलेक्ट्रॉन एक ऋणआवेशित कण होता है जिस पर -1.6 x 10-³¹ C का आवेश होता है।
किसी भी परमाणु में प्रोटॉन एवं इलेक्ट्रॉनों की संख्या बराबर होती है
इलेक्ट्रॉन को e लिखकर प्रदर्शित किया जाता है।