Duniya ke Saat Ajoobe. दुनिया के सात अजूबे नाम फोटो सहित 2023.

Duniya ke Saat Ajoobe: (Seven wonders of the world)

इस दुनिया में लाखों पर्यटक स्थल है सबकी अपनी अपनी कुछ खासियत होती है, जिसकी वजह से दर्शक उसकी तरफ आकर्षित होते हैं। बहुत से ऐसे देश हैं जहां की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर टिकी होती है।

इन सभी पर्यटक स्थलों में से विश्व पर्यटन संगठन ने सबसे खास पर्यटक स्थलों कोचुना जिसे दुनिया के सात अजूबे के नाम से जाना जाता है। संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन ने दुनिया में कुल 7 पर्यटक स्थलों को अजूबे का महत्व दिया है जिन्हें सात अजूबे (Seven wonders of the world) के नाम से भी जाना जाता है।

इस आर्टिकल में आपको इन्हीं सात अजूबे के बारे में जानकारियां प्रदान करेंगे।

साल 2007 से पहले सात अजूबे आज के सात अजूबे से अलग थे, जिन्हें प्राचीन दुनिया के सात अजूबे( Seven Wonders of ancient World) के नाम से जाना जाता था, जिनके नाम निम्नलिखित है।

Saat ajoobe

1) प्राचीन दुनिया के सात अजूबे ( seven wonders of the Ancient world).

Duniya ke Saat Ajoobe

I) ग्रेट पिरामिड ऑफ़ गिज़ा

II) कोलोसुस ऑफ़ रोडेज़

III) हैंगिंग गार्डन ऑफ़ बेबीलॉन

IV) लाइटहाउस आफ अलेक्जेंड्रिया

V) टेंपल आफ आर्टेमिस

VI) स्टैचू ऑफ जिउस एंड ओलंपिया

VII) मऊसोलस का मकबरा

2) दुनिया के सात अजूबे ( New 7 wonders of the world in Hindi).

साल 2000 में यह तय किया गया कि दुनिया में अब नए तरीके से सात अजूबे चुने जाएंगे। इसी वजह से स्विट्जरलैंड में नए तरीके से दुनिया के सात अजूबे को को चुनने के लिए ऑनलाइन वोटिंग की शुरुआत की गई, ये वोटिंग 2007 तक चली। इस वोटिंग में दुनिया भर से लगभग 10 करोड़ लोगों ने वोट दिया। और इन्हीं वोटिंग के आधार पर नए सात अजूबे का चुनाव किया गया। इन सात अजूबे के नाम निम्नलिखित है।

Duniya ke Saat Ajoobe

I) ताजमहल, आगरा ( Taj Mahal, India )

II) ग्रेट वॉल ऑफ चाइना ( Great Wall Of China )

III) क्राइस्ट द रिडीमर, ब्राज़ील ( Christ the Redeemer, Rio de Janeiro )

IV) चिचेन इटजा, मेक्सिको ( Chichen Itza, Mexico )

V) कॉलेजियम, इटली ( Colosseum, Rome )

VI) माचू पिच्छू,पेरु ( Machu Picchu, Peru )

VII) पेट्रा, जॉर्डन ( Petra, Jordan )


I) ताजमहल ( Tajmahal )

ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा में यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। यह भारत का एकलौता ऐसा धरोहर है जो सात अजूबों में शामिल है। ऐतिहासिक धरोहर को प्यार की निशानी के तौर पे जाना जाता है। इसके निर्माण के लिए लगभग 20000 कारीगरों ने सन 1632 ईसवी से लेकर 1653 ईसवी तक काम किया।

Duniya ke Saat Ajoobe:

Duniya ke Saat Ajoobe

यह पूरी इमारत सफेद संगमरमर से बनाया गया है, जिसकी ऊंचाई 73 मीटर है। इसके मुख्य कारीगर का नाम उस्ताद अहमद लाहौरी था, ऐसा कहा जाता है कि ताजमहल बनने के बाद शाहजहां ने इनके हाथ कटवा दिए थे ताकि इस तरह की भव्य इमारत कहीं और ना बनाया जा सके। ताजमहल को साल 1982 में यूनेस्को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया।

II) चीन की दीवार ( The Great Wall of China)

सातवीं शताब्दी से लेकर 16 वीं शताब्दी तक बाहरी आक्रमणों से बचने के लिए इस दीवार का निर्माण किया. जिसे साल 2007 में लोगों ने सात अजूबे में से एक अजूबे के रूप में चुना. इस दीवार की ऊंचाई लगभग 35 फीट है और वही इस की कुल लंबाई लगभग 6400 किलोमीटर है।
इस दीवार के निर्माण की शुरुआत चीनी शासक किंग्स शी हुआंग ने किया था. कहा जाता है कि इसे बनाने में कुल 20 से 30 लाख लोगों ने अपनी जान गवाई थी. इस दीवार को अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है. शायद यही खासियत की वजह से इसे सात अजूबे की लिस्ट में रखा गया है।

Duniya ke Saat Ajoobe:

Duniya ke Saat Ajoobe


चीनी सरकार ने इस दीवार को साल 1970 में पर्यटकों के लिए खोल दिया था. बाद में साल 1987 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल किया गया. हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक इस दीवार का दर्शन करने आते हैं।

III) क्राइस्ट रिडीमर( Christ the Redeemer )

क्राइस्ट रिडीमर, ईसाई धर्म के जनक ईसा मसीह की एक भव्य प्रतिमा है। इसकी ऊंचाई 98 फीट है अर्थात इसका आधार 26 फीट ऊंचा है इस तरह इस की कुल ऊंचाई 124 फिट होती है। यह ब्राजील की राजधानी रियो डे जेनेरियो की टीजूका फॉरेस्ट नेशनल पार्क के कुरकोवा द माउंटेन के पीक पर स्थित है।

Duniya ke Saat Ajoobe:

Duniya ke Saat Ajoobe

इस प्रतिमा के मूर्तिकार का नाम Heitor da Silva Costa और Carlos Oswald है जिन्होंने इसकी डिज़ाइन बनाया था। वहीं फ्रांस के इंजीनियर Paul landowski इसे बनाया था। इस मूर्ति का निर्माण साल 1926 से लेकर 1931 तक चला। यह मूर्ति दुनिया के सबसे बड़ी मूर्ति है जिसकी कुल वजन 635 मेट्रिक टन है।

IV) चिचेन इत्जा (CHICHEN ITZA)

चीचेन इतजा मैक्सिको का बहुत ही प्राचीन महान मंदिर है। यह मेक्सिको के सबसे पुराने स्थलों में से एक जिसका निर्माण साल 600 ईस्वी में कोलंबियाई माया सभ्यता के लोगों के द्वारा किया गया था।

इस मंदिर का आकार एक पिरामिड के आकार का है जिसकी ऊंचाई लगभग 79 फीट है। यह मंदिर कुल 5 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस मंदिर के ऊपर तक जाने के लिए चारों दिशाओं से 91 सीढ़ीयों का निर्माण किया गया है।

Duniya ke Saat Ajoobe:

Duniya ke Saat Ajoobe

इस तरह कुल मिलाकर 365 सीढ़ियां है, हर एक सीडी साल के एक दिन को दर्शाता है। इस मंदिर में अजीबोगरीब आवाज सुनाई देती है। जिसके वजह से इस मंदिर को साल 1988 में यूनेस्को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया था।

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V) कोलोसियम इटली (COLOSSEUM)

हम जानते हैं कि रोमन साम्राज्य प्राचीन काल में काफी विकसित था. मौर्य साम्राज्य अपने नए नए खेलों के लिए भी जाना जाता है.कोलोसियम,इटली की राजधानी में स्थित एक विशाल स्टेडियम है।

जिसका निर्माण रोमन साम्राज्य के प्रसिद्ध शासक वेस्पियन के द्वारा करवाया गया था. इसका निर्माण सन 72 AD में शुरू हुआ और पूरा होने में 8 साल लगे. इस स्टेडियम में एक साथ 50,000 से ज्यादा दर्शक बैठ सकते हैं. इस स्टेडियम को प्राचीन खेलों तथा कई तरह के सांस्कृतिक आयोजन के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

Duniya ke Saat Ajoobe:

Duniya ke Saat Ajoobe


कई बार प्राकृतिक आपदा के कारण इसका बहुत सारा हिस्सा बर्बाद हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद इसने दुनिया के ऐतिहासिक धरोहरों में अपनी जगह बनाई, और साल 1980 में यूनेस्को विश्व धरोहर में इसको शामिल कर लिया गया.

VI) माचू पिच्चू, पेरू ( Machu Picchu Peru )

यह एक प्राचीन इंका सभ्यता का निवास स्थल था, जो कि दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के पेरू देश के एनडीज़ पर्वतमाला के ऊपर स्थित है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 2500 मीटर है।

Duniya ke Saat Ajoobe:

इसका निर्माण प्राचीन राजा पांच आकृति ने 1398 ईसवी में कराया था। इसे पेरू देश का देवालय भी कहते हैं
बाद में स्पेन देश ने पेरू पर कब्जा जमा लिया। जिसके बाद यहां की सभ्यता में भारी गिरावट देखने को मिली। और धीरे-धीरे सभ्यता मिट भी गया। लेकिन फिर साल 1911 में अमेरिका के प्रसिद्ध इतिहासकार हिरम बिंघम ने इस जगह को खोजा। यूनेस्को विश्व धरोहर में माचू पिच्छू को साल 1983 में शामिल किया गया।

VII) पेट्रा (Petra)

पेट्रा शहर जो कि दक्षिणी जॉर्डन में स्थित है अनोखी इमारतों एवं खूबसूरत कलाकृति के लिए ही जाना जाता है। और यही वजह है कि इसको दुनिया के सात अजूबे में शामिल किया गया है। इसका निर्माण साल 312 BC में किया गया। इस शहर की ज्यादातर इमारतों को चट्टान को काटकर बनाया गया है, जो इसको एक खास दृश्य प्रदान करती है।

हर दिन हजारों की तादाद में विदेशी पर्यटक इस जगह को घूमने आते हैं। यूनेस्को विश्व धरोहर में पेट्रा शहर साल 1985 में शामिल किया गया।

Duniya ke Saat Ajoobe:

निष्कर्ष- उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल दुनिया के सात अजूबे पसंद आया होगा. अगर भगवान ने आपको धनवान बनाया है, तू जिंदगी में एक बार जरूर दुनिया के सात अजूबे को घूम कर आएं. अगर आप सभी सात अजूबे नहीं घूम सकते तो कम से कम भारत में मौजूद ताजमहल को जरूर घूमें।

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FAQs

FAQs

Questions Answers
विश्व में कुल कितने अजूबे हैं? विश्व में कुल सात अजूबे हैं।
विश्व का सबसे पहला अजूबा कौन है? विश्व का सबसे पहला अजूबा “गीजा के पिरामिड” है।
प्राचीन सात अजूबों में से कौनसा अजूबा अभी भी मौजूद है? “द ग्रेट पिरामिड ऑफ गीजा” अभी भी सुरक्षित है, जबकि बाकी 6 अजूबे नष्ट हो चुके हैं।
चीन की दीवार कुल कितने समय में बनकर तैयार हुआ था? चीन की दीवार को बनने में लगभग 1100 वर्षों का समय लगा था।
आगरा का ताजमहल कब बना था? साल 1630 इसकी में ताजमहल को बनाने की शुरुआत हुई थी. और लगभग 22 साल के लगातार काम के बाद साल 1653 में ताजमहल पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ था।


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