गूगल से पूछे जाने वाले वायरल सवाल।
हम जानते हैं कि यह दौर इंटरनेट का चल रहा है। अगर किसी को कोई भी जानकारी लेनी होती है तो डायरेक्ट गूगल से पूछ लेता है। हम आपके लिए कुछ ऐसे सवालों को लेकर आए हैं जो गूगल से बार-बार पूछा जाता है।
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Mount Everest ki unchai kitni hai?
माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई कितनी है? चलिए हम इसकी बात करते हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि माउंट एवरेस्ट दुनिया के सबसे ऊंची चोटी है। जिसके वजह से लोगों में इसकी ऊंचाई जानने की उत्सुकता बनी रहती है। माउंट एवरेस्ट, हिमालय पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है और यह नेपाल और चीन के बीच में बॉर्डर बनाती है।
इस चोटी का नाम माउंट एवरेस्ट, भारत के पूर्व महा सर्वेक्षक जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर रखा गया।
प्रश्न – माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई कितनी है?
उत्तर – माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई समुद्र तल से 8,848.86 मीटर है। और फ़ीट में इसकी ऊंचाई 29,031.7 फ़ीट है। साल 2010 में, भारत और नेपाल ने मिलकर माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई कितनी है, इसके लिए मिलकर माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापी थी। और उस समय माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848 मीटर पाया गया था।
लेकिन 25 अप्रैल 2015 को एक भयानक भूकंप आया जिसका केंद्र नेपाल में था, और इसके वजह से काफी तबाही मची थी। हम जानते हैं कि भूगोल के अनुसार जब पृथ्वी की आंतरिक प्लेट टकराती है तो भूकंप आता है। और इसके टकराव से पहाड़ों की ऊंचाई बढ़ जाती है।
इसी वजह से चीन और नेपाल ने मिलकर फिर से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई ज्ञात की, जिसमें यह पाया गया कि माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई साल 2015 के भूकंप की वजह से लगभग 86 सेंटीमीटर बढ़ चुका है। और इस प्रकार अभी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848.86 मीटर है।

Puranon ki sankhya kitni hai?
कुल पुराण कितने हैं?
पुराण कितने हैं ?
पुराणों की संख्या कितनी है?
इस तरह का सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है। तो हम आपके लिए ऐसे सवालों का जवाब विस्तार में लेकर आएं। पुराणों की संख्या कितनी है, यह सवाल के साथ एक और सवाल आता है कि पुराणों की संख्या कितनी है।
सबसे पहले हम पुराणों की बात करते हैं। पुराणों की संख्या 18 है। यह सभी 18 पुराण हिंदू धर्म में काफी प्रसिद्ध है। इन पुराणों में विभिन्न राजाओं का वर्णन मिलता है। इसके साथ ही पुराणों में सृष्टि का वर्णन तथा प्रलय का वर्णन भी मिलता है। चलिए आप जानते हैं कि वह पुराण कौन-कौन से हैं। नीचे हमने सभी पुराणों का नाम कर्मानुसार लिखा है। इसके बाद हम उपपुराण की बात करेंगे।
कुल पुराण कितने हैं?
1- ब्रह्म पुराण
2- पद्म पुराण
3-विष्णु पुराण
4-वायु पुराण
5-भागवत पुराण
6-नारद पुराण
7- मार्कण्डेय पुराण
8-अग्नि पुराण
9- भविष्य पुराण
10-ब्रह्म वैवर्त पुराण
11-लिङ्ग पुराण
12-वाराह पुराण
13-स्कन्द पुराण
14- वामन पुराण
15-कूर्म पुराण
16- मत्स्य पुराण
17- गरुड़ पुराण
18- ब्रह्माण्ड पुराण
उपपुराणों की संख्या कितनी है?
उपपुराणों की संख्या भी 18 ही हैं। जिनके नाम निम्नलिखित है।
आदि पुराण (सनत्कुमार)
नरसिंह पुराण (नृसिंह)
नन्दिपुराण (कुमार)
शिवधर्मपूर्व पुराण (तथा शिवधर्नमोत्तर)
आश्चर्य पुराण (दुर्वासा)
नारदीय पुराण (नारद)
कापिल पुराण (कपिल)
मानव पुराण (मनु)
औशनस पुराण (उशना)
ब्रह्माण्ड पुराण
वारुण पुराण (वरुण)
कालिका पुराण (सती)
माहेश्वर पुराण (वासिष्ठलैङ्ग)
साम्ब पुराण (आदित्य)
सौर पुराण (सूर्य)
पाराशर पुराण (पराशरोक्त)
मारीच पुराण (भागवत)
भार्गव पुराण (वासिष्ठ)
India ki jansankhya kitni hai? भारत की कुल जनसंख्या कितनी है?
इंडिया की जनसंख्या कितनी है? इसके बारे में हमने अपने इस आर्टिकल में काफी डिटेल में बात की है।
वैसे आपको बता दें कि जून 2023 में भारत की जनसंख्या 142 करोड़ और 86 लाख थी।
Ganga nadi ki lambai kitni hai?
गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी मानी जाती है इसके साथ ही गंगा नदी भारत की सबसे लंबी नदी है। इसलिए लोगों में इसकी लंबाई जानने की उत्सुकता बनी रहती है।
गंगा नदी भारत और बांग्लादेश देश से होकर निकलती है और बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है। बांग्लादेश में गंगा नदी को पदमा नदी के नाम से जानते हैं।
गंगा नदी की लंबाई भारत और बांग्लादेश में मिलाकर लगभग 2525 किलोमीटर है। और अगर मील में बात की जाए तो गंगा नदी की लंबाई 1569 मील है।
Prithvi Se Surya ki Duri kitni hai?

हम जानते हैं कि हमारे सौरमंडल में कुल 8 ग्रह है। जिनमें से सूर्य के नजदीक वाले 4 ग्रह को आंतरिक ग्रह के रूप में जानते हैं। इसके अलावा चार ग्रहों को बाह्य ग्रह के रूप में जानते हैं।
पृथ्वी सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह है। पृथ्वी और सूर्य के बीच में 2 ग्रह पाए जाते हैं जिनके नाम बुध और शुक्र है।
अगर बात करें पृथ्वी से सूर्य की दूरी कितनी है, पृथ्वी से सूर्य की दूरी लगभग 14 करोड 96 लाख किलोमीटर है। मील मैं यही दूरी लगभग 9 करोड 29 लाख 60 हज़ार मील है। सूर्य से निकली हुई किरणों की स्पीड लगभग 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड है। इसके बावजूद सूरज की किरणों को पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 18 सेकंड लगते है।
निष्कर्ष – उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा, अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो उसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें. इसके साथ ही आप किस तरह के आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं हमें कमेंट में बताएं।
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