Sanatan dharm kitna purana hai? सनातन धर्म कितना पुराना हैं?

Sanatan dharm kitna purana hai? : इस धरती पर अलग अलग धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं। सभी का अपने धर्म के प्रति एक विश्वास होता है। आपको बता दें कि पुरे विश्व मे लगभग 4000 से भी ज़्यादा छोटे बड़े धर्म हैं। लेकिन शोधकर्ताओं ने दुनिया को 5 बड़े धर्मों के आधार पर बाँटा है।

Sanatan dharm kitna purana hai?


1) ईसाई धर्म
2) इस्लाम धर्म
3) सनातन धर्म
4) यहूदी धर्म
5) बौद्ध धर्म

Sanatan dharm kitna purana hai?

बाकी के सरे धर्म काफी कम संख्या वाले लोगों के द्वारा माने जाते है। सभी धर्म काफी पुराने हैं लेकिन अगर बात की जाए कि सबसे पुराना धर्म कौन है तो बहुत से धर्म गुरु अपने अपने धर्मों को सबसे पुराना बताते हैं लेकिन असल मे सबसे पुराना धर्म कौन है? आइये जानते हैं।

Sanatan dharm kitna purana hai?

1) सनातन धर्म क्या है? Sanatan dharm Kya hai?

वर्तमान मे हिन्दू धर्म को ही सनातन धर्म के नाम से सम्बोधित किया जाता है। लेकिन बहुत से विद्वान् इस बात से संतुष्ट नहीं हैं और उनका मानना है कि सनातन धर्म और हिन्दू धर्म दोनों अलग अलग धर्म हैं। उनके अनुसार हिन्दू धर्म, सिंधु नदी के आसपास मे रहने वाले लोगों के द्वारा माना जाने वाला धर्म है। वही सनातन धर्म जिसे वैदिक धर्म भी कहते हैं वो हिन्दू धर्म से बिलकुल अलग हैं। इसके अलावा कुछ विद्वान हिन्दू धर्म को आर्य धर्म के नाम से भी सम्बोधित करते हैं क्यूंकि आर्यो द्वारा सबसे ज़्यादा विस्तार किया गया।

2) सनातन धर्म को हिन्दू धर्म से अलग क्यों माना जाता है?

सनातन धर्म एक पवित्र धर्म है जो हर किसी के लिए समान है और किसी प्रकार का भेदभाव नहीं देखने को मिलता है। सनातन धर्म पूरी तरह से वेदो के आधार पर है।

वहीं कुछ विद्वानों का ये मानना है कि हिन्दू धर्म सनातन धर्म का एक बिगड़ा हुआ रूप है जिसमे रीती रीवाजों पर ज़्यादा ज़ोर दिया जाता है और जात-पात और एक दूसरे के प्रति भेदभाव काफी ज़्यादा देखने को मिलता है।
यही वजह है कि आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती ने हिन्दू धर्म कि कुरीतियों को दूर करने की कोशिश की थी और उन्होंने लोगों से आग्रह किया था कि “वेदो कि ओर चलो”।

इसके अलावा “ब्रह्मो समाज” के संस्थापक राजा राम मोहन राय ने भी हिन्दू समाज कि सबसे बड़ी कुरीतियों मे से एक “सती प्रथा” पर लगाम लगवाया था।

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3) सबसे पहले कौन सा धर्म बना है?

अगर हम बात करें कि कौन सा धर्म कितना पुराना है तो सबसे नये ज़माने का धर्म सिख धर्म है जिसको सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक जी के द्वारा 15वीं शताब्दी के अंत मे स्थापित किया गया था।

इससे पुराना धर्म इस्लाम है जो पैग़म्बर मुहम्मद साहब के द्वारा साल 591 ईस्वी मे स्थापित किया गया था। लेकिन इस्लाम धर्म के अनुसार मुहम्मद साहब इस्लाम के आख़री पैग़म्बर थे और उनसे पहले इस्लाम के एक लाख 24 हज़ार पैग़म्बर इस धरती पर आ चुके हैं।

इस्लाम धर्म से पुराना धर्म ईसाई धर्म को माना जाता है जो यीशु मसीहा के द्वारा लगभग 2000 साल पहले स्थापित किया गया था।

ईसाई धर्म से पहले बौद्ध धर्म कि स्थापना महात्मा बुद्ध ने लगभग 2500 साल पहले बिहार मे किया किया था।

बौद्ध धर्म से पहले जैन धर्म कि स्थापना पहले गुरु ऋषभनाथ जी के द्वारा लगभग 9000 साल पहले किया गया था।

जैन धर्म से पहले सिर्फ एक ही धर्म का वर्णन मिलता है जिसका नाम है सनातन धर्म। इस धर्म कि शुरुआत आज से लगभग 12000 हज़ार साल पहले हुई थी।

Sanatan dharm kitna purana hai?

Sanatan dharm kitna purana hai?

यही वजह है कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है। लेकिन सनातन धर्म की स्थापना करने वाले के बारे मे कोई जानकारी नहीं है। हालांकि सनातन धर्म मे समय के बहुत कुरीतियों ने जन्म लिया लेकिन उसके साथ इन कुरीतियों को दूर करने के बहुत से विद्वानों के द्वारा धर्म सुधार आंदोलन चलाये गए। जिनमे राजा राम मोहन राय, स्वामी दयानन्द सरस्वती, स्वामी विवेकानंद, संत श्री शांकराचार्य का नाम कई जगह देखने को मिलता है।

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Sanatan dharm kitna purana hai? FAQ:

सनातन धर्म के प्रश्न और उत्तर
प्रश्न उत्तर
1. सनातन धर्म कितना पुराना है? Sanatan dharm kitna purana hai? सनातन धर्म को लगभग 12000 हजार साल पहले की स्थापना की गई है।
2. सनातन धर्म क्या है? सनातन धर्म एक प्राचीन भारतीय धर्म है जिसमें वेदों के आधार पर विश्वास किया जाता है। इसे हिन्दू धर्म भी कहा जाता है।
3. सनातन धर्म को हिन्दू धर्म से अलग क्यों माना जाता है? कुछ विद्वानों के मुताबिक, सनातन धर्म और हिन्दू धर्म को अलग धर्म माना जाता है क्योंकि उन्हें धर्म के अंदर कुछ बिगड़ी हुई कुरीतियां देखने को मिलती हैं।
4. सबसे पुराना धर्म कौन सा है? सबसे पुराना धर्म जानकारी के अनुसार, सनातन धर्म या हिन्दू धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है जिसकी स्थापना लगभग 12000 हजार साल पहले हुई थी।
5. सनातन धर्म में विश्वासी किसे कहते हैं? सनातन धर्म के अनुयायी को हिन्दू कहा जाता है।
6. सनातन धर्म के मुख्य शास्त्र कौन-कौन से हैं? सनातन धर्म के मुख्य शास्त्र वेद हैं, जिनमें रिग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, और अथर्ववेद शामिल हैं।
7. सनातन धर्म में कितने देवी-देवता मान्य हैं? सनातन धर्म में अनेक देवी-देवताएं मान्य हैं, जैसे ब्रह्मा, विष्णु, शिव, दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, और गणेश आदि।
8. सनातन धर्म में धर्मशास्त्र कौन-कौन से हैं? सनातन धर्म में धर्मशास्त्रों में मनुस्मृति, याज्ञवल्क्यस्मृति, धर्मसूत्र, और धर्मशास्त्र शामिल हैं।
9. सनातन धर्म का मुख्य उद्देश्य क्या है? सनातन धर्म का मुख्य उद्देश्य धार्मिक और नैतिक जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन करना है और अंततः मोक्ष को प्राप्त करना।
10. सनातन धर्म में कर्म और कर्मफल का क्या महत्व है? सनातन धर्म में कर्म का अत्यंत महत्व है और कहता है कि धार्मिक और नैतिक कर्म करना जीवन का मूल उद्देश्य होता है। कर्मफल को ईश्वर के हाथ में छोड़कर निष्काम भाव से कर्म करने की प्रेरणा।

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